
पेपर लीक मामला अब इतना तूल पकड़ चुका है कि इसकी आग अब पूरे प्रदेश में फैल चुकी है। युवा बेरोजगार राजधानी दून से लेकर अल्मोड़ा तक इसके खिलाफ सड़कों पर उतर आए हैं और सरकार तथा आयोग के खिलाफ जबरदस्त आंदोलन प्रदर्शन कर रहे हैं। आंदोलन की आग की तपिश अब शासन-प्रशासन तक भी पहुंच रही है यही कारण है कि सरकार अब इसे मैनेज करने में जुट गई है लेकिन इसके साथ ही सरकार ने इसे लेकर आंदोलन का नेतृत्व करने वाले छात्रों को भी निशाने पर रखा हुआ है।
बीती रात राजधानी दून में बेरोजगार संघ ने अति उग्र तेवर दिखाते हुए जबरदस्त प्रदर्शन किया। जिसकी गूंज से शासनकृप्रशासन की नींद उड़ना स्वाभाविक ही था। बेरोजगार संघ के पदाधिकारियों का कहना था कि जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं होगी हम सड़कों पर ही डटे रहेगें और सरकार के खिलाफ आवाज उठाते रहेगे।
हालात की नजाकत को भांपते हुए अब सरकार ने खुफिया एजेंसियों के माध्यम से ऐसे तत्वों की खोजबीन भी शुरू कर दी है जो सरकार के खिलाफ बगावत की चेतावनी या धमकी दे रहे हैं। लेकिन आंदोलनकारी छात्र भी पीछे हटने को तैयार नहीं है। युवाओं द्वारा इस मामले को लेकर आज विकासनगर में रैली निकाली गई और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी हुई। वही उत्तरकाशी और अल्मोड़ा में जबरदस्त धरने प्रदर्शनों का दौर जारी है। युवाओं द्वारा पूछा जा रहा है कि हाकम के हाकिमों को जेल कब भेजा जाएगा।