डॉक्टर्स का कहना है कि उसके पास इस वक्त, जितने रोगी आ रहे हैं उसमें से आधे, सांस की दिक्कत/खांसी वाले हैं. और इसका टेम्परेरी इलाज़, नेबुलाइज़र बता रहे है।

दिल्ली प्रदूषण मे पराली की मात्र 8% हिस्सेदारी है, लेकिन मुकदमे किसानों पर, जेल किसानों को, जुर्माना किसानों को, गालियां किसानों को!
मीडिया और दिल्ली वालों को धुआं फेंकती करोड़ों गाड़ियां नहीं दिखती, विकास के नाम अंधाधुध कंस्ट्रक्शन का धुआं नहीं दिखता, पटाखों का धुआं नहीं दिखता।