दुकानदार ग्राहकों को जमकर लूट रहे हैं! जामा मस्जिद के पास कपड़े और जूतों की एक दुकान है। एक परिचित ने 2100 रुपए का एक सूट खरीदा, लेकिन कुछ खराबी होने पर वह उसे बदलने गई। उसने और कई सूट दिखाए, जिसमें से उसे 1790 रुपए का सूट पसंद आया। लेकिन दुकान के लड़कों की मिलीभगत उसका टैग निकाल कर गायब कर दिया। ग्राहक ने जब कहा कि अभी तो सूट पर टैग था, तो वो कहने लगा कि दीदी वो गलत MRP लगा दी होगी लड़के ने, ये तो काफी महंगा सूट है। उनसे उसी सूट का दूसरा पीस निकाल कर दिखाने को कहा तो उस पर 1790 का ही टैग था। पर वो मानने को तैयार नहीं हुआ और दुकान के लड़के को डांटने का नाटक करने लगा।
1790 पर पिछली बार के डिस्काउंट के हिसाब से वो सूट ग्राहक को 1340 रुपये का लगना चाहिए था जबकि वो उसे 2500 mrp का बताकर और पैसे मांगने लगा। अंत में काफ़ी कहासुनी के बाद उसने 400 रुपए लौटाए।
लोग इसीलिए online खरीदारी ज्यादा कर रहे हैं क्योंकि उसमे दुकानदार के साथ ग्राहक को कोई बहस नहीं करनी पड़ती है। अगर ऐसे ही लोकल बाज़ार ग्राहक को परेशान करते रहे तो लोग बाज़ार में जाना ही बंद कर देंगे। ग्राहक जागरूक हों, ताकि इस तरह की लूटपाट बंद हो।