यदि इस तरह से मरने वालों का रोज का सारा डाटा एकत्रित किया जाए तो ये महामारी ही निकलेगी। लेकिन अब लोग आदि हो गए हैं, कोई फर्क नही पड़ता। 140 करोड़ में से कुछ लाख मर भी जाएं तो क्या फर्क पड़ता है 😢

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