देखते ही देखते तमाम जनरेशन बूढ़ी हो गई। हमने डिंपल कपाड़िया के यौवन को “बॉबी” से जो देखना शुरू किया तो रेखा के “सलाम ए इशक” पर झूमे, ज़ीनत अमान के “हम तुम्हें चाहते हैं ऐसे” पर उन्हें एकटक देखते रहे, परवीन बॉबी, हेमा मालिनी, नीतू सिंह से लेकर पूनम ढिल्लो और पद्मनी कोल्हापुरी को “जशोमति मैय्या से बोले नंदलाला” के बचपन से “ये गलियां ये चौबारा” तक जवान होता देखा जिनका बुढ़ापा अब देख रहे हैं।
इससे अगली जनरेशन में काजोल, रानी मुखर्जी, ऐश्वर्या राय, करिश्मा कपूर, करीना कपूर से लेकर माधुरी दीक्षित तक एक दो तीन करते करते बूढ़ी हो गई। कभी चमचमाते चेहरे पर अब फाउंडेशन के बावजूद झुर्रियां दिख रही हैं।
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