
स्वास्थ्य विभाग के दल ने मुख्य चिकित्साधिकारी पौड़ी डॉ. शिव मोहन शुक्ला की अध्यक्षता में कोटद्वार स्थित विभिन्न नशा मुक्ति केंद्रों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान केंद्रों की व्यवस्थाओं, मरीजों की संख्या एवं चिकित्सा सुविधा की स्थिति का अवलोकन किया। मुख्य चिकित्साधिकारी ने निर्देश दिये कि सभी कर्मियों की उपस्थिति पंजिका में उनके पदनाम के साथ दर्ज करें। वहीं विजिटिंग फैकल्टी के लिये अलग से उपस्थिति रजिस्टर बनाएं। इसके साथ ही उन्होंने केंद्रों में इमरजेंसी ट्रे, निरीक्षण पंजिका एवं बायोमेडिकल वेस्ट के निस्तारण की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिये। साथ ही सफा होम नशा मुक्ति केंद्र में निरीक्षण के दौरान कुल 97 मरीज भर्ती पाये गये।
मुख्य चिकित्साधिकारी ने केंद्र प्रबंधन को इमरजेंसी ट्रे में एड्रीनलीन इंजेक्शन की उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने बताया कि पूर्व निरीक्षण में पायी गयी कई खामियों में इस बार सुधार देखा गया है, जो संतोषजनक है। वहीं मां शक्ति फाउंडेशन नशा मुक्ति केंद्र में पदनाम के साथ उपस्थिति पंजिका भरने और मरीजों के भोजन में फाइबर युक्त आहार जैसे फल और हरी सब्जियां शामिल करने के निर्देश दिये। सीएमओ ने यह भी स्पष्ट किया कि किसी भी मरीज को मनोचिकित्सक की संस्तुति के बिना लंबी अवधि तक केंद्र में न रखा जाय।
निरीक्षण के दौरान डॉ. आशीष गुसाईं, प्रभारी चिकित्सा अधिकारी, दुगड्डा डॉ. अश्विनी, एम एंड ई ऑफिसर मनमोहन देवली, अखिलेश सहित अन्य उपस्थित थे।