उत्तराखण्ड की झोली में राष्ट्रीय खेलों की कमान

देहरादून/दिल्ली। उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री राज्य के अन्दर खेलों को एक नई उडान देने की दिशा में जिस विजन के साथ आगे बढ़ चले हैं उसी के चलते देश-विदेश में उत्तराखण्ड के खिलाडी अपनी धमक दिखा रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने साफ संदेश दे रखा है कि खिलाडियों को बेहतर से बेहतर ट्रेनिंग दी जाये जिससे कि वह राष्ट्रीय खेलों में उत्तराखण्ड का नाम रोशन करते रहें। उत्तराखण्ड में होने वाले 38वें नेशनल गेम्स की तारीखों को लेकर जो रहस्य बना हुआ था वह आज उस समय खत्म हो गया जब भारतीय ओलम्पिक संघ की अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री से मुलाकात की।

मुख्यमंत्री से विंटर नेशनल गेम्स आयोजित करने की गुजारिश की तो मुख्यमंत्री ने उस गुजारिश को एक पल में ही अपनी मंजूरी दे दी और कहा कि ये गेम्स भी ओली की पर्वत चोटियों पर बर्फ के उपलब्धता के मुताबिक जनवरी या फरवरी में आयोजित होंगे।

38वें राष्ट्रीय खेल 28 जनवरी से 14 फरवरी 2०25 तक उत्तराखण्ड में होंगे। 25 अक्टूबर 2०24 को प्रस्तावित भारतीय ओलंपिक संघ की आम सभा की बैठक में इसका पूरा कार्यक्रम जारी किया जायेगा। राष्ट्रीय खेलों के साथ ही विंटर नेशनल गेम का आयोजन भी उत्तराखण्ड में किया जायेगा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को नई दिल्ली में भारतीय ओलम्पिक संघ की अध्यक्ष डॉ. पी.टी उषा से भेंट की। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह हमारे लिए सौभाग्य की बात है कि उत्तराखण्ड को 38वें राष्ट्रीय खेलों की जिम्मेदारी मिली है, इसके लिए उन्होंने भारतीय ओलम्पिक संघ की अध्यक्ष डॉ. पी.टी उषा का आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने उन्हें श्री बद्रीनाथ और श्री केदारनाथ के दर्शन के लिए भी आमंत्रित किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि 38वें राष्ट्रीय खेलों के आयोजन के लिए उत्तराखण्ड पूरी तरह से तैयार है। राष्ट्रीय खेलों के लिए राज्य में काफी इन्फ्रास्टक्चर बनकर तैयार है। उन्होंने कहा कि देवभूमि उत्तराखण्ड में राष्ट्रीय खेलों का आयोजन भव्य तरीके से किया जायेगा। जिन राज्यों में पिछले राष्ट्रीय खेल हुए हैं, उनके अनुभवों के आधार पर भी राज्य में और अच्छे तरह से खेलों के आयोजन के लिए कार्य किये जायेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा प्रयास होगा कि उत्तराखण्ड में होने वाले राष्ट्रीय खेलों का आयोजन अभी तक हुए राष्ट्रीय खेलों से बेहतर हो।

मुख्यमंत्री ने कहा कि खेलों की अच्छी व्यवस्था के साथ ही खिलाडिय़ों और देश भर से आने वाले लोगों के लिए उत्तराखण्ड में होने वाले राष्ट्रीय खेल में बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराई जायेंगी। उन्होंने कहा कि देवभूमि उत्तराखण्ड में राष्ट्रीय खेल के आयोजन से यहां के लोगों का मनोबल और प्रोत्साहन भी बढ़ेगा। उत्तराखण्ड को राष्ट्रीय खेलों के माध्यम से एक अच्छा मंच मिलेगा। हमारे उदीयमान खिलाडिय़ों को आगे बढऩे का अच्छा अवसर मिलेगा। इस अवसर पर विशेष प्रमुख सचिव खेल अमित सिन्हा एवं स्थानिक आयुक्त अजय मिश्रा भी उपस्थित थे।

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