चचेरे भाई का हत्यारा सलाखों के पीछे

नैनीताल। जमीनी विवाद के चलते एक युवक ने अपने चचेरे वकील भाई को उस समय गोली मारकर मौत के धाट उतार दिया था जब वह रामलीला देखने के लिए आया था।

जमीनी विवाद में बहस के दौरान दोनो के बीच झडप हुई और उसके बाद सोची समझी रणनीति के तहत तमंचा लेकर आये युवक ने अपने चचेरे भाई को मौत की नींद सुला दिया था। पुलिस कप्तान ने हत्या में शामिल हत्यारे को दबोचने के लिए पुलिस टीमों को मैदान में उतारा और उसके बाद हत्या में शामिल युवक को उस तमंचे के साथ दबोच लिया जिससे वकील की हत्या की गई थी।

पुलिस कप्तान प्रहलाद नारायण मीणा ने पत्रकारों से रूबरू होते हुए बताया कि विगत आठ अक्टूबर को आशु जोशी निवासी घूनी न० 1 कठघरिया थाना मुखानी जिला नैनीताल व अंशू जोशी निवासी ने थाना मुखानी जिला नैनीताल ने थाना मुखानी में एक तहरीर दी थी।

शिकायतकर्ता कल्पना नैनवाल पत्नी उमेश चन्द्र नैनवाल निवासी ग्राम पूरनपुर नैनवाल लामाचौड़ हल्द्वानी द्वारा द्घ’द्मस्रद्म;ह्म् द्गह्यड्ड बताया गया कि सात अक्टूबर की रात्रि लगभग ग्यारह बजे कमलुआगांजा रामलीला हल्द्वानी में उसके पति उमेश नैनवाल की रामलीला देखने के दौरान जमीनी विवाद के चलते दिनेश नैनवाल द्वारा गोली मारकर हत्या कर दी और अपने साथी दीपक बुधानी के साथ भाग गया। पुलिस कप्तान ने बताया कि दिनेश नैनवाल और दीपक बुधानी के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया उसके बाद पुलिस टीमों को हत्यारों की तलाश में रवाना किया गया। पुलिस कप्तान ने बताया गया कि हत्याकांड का खुलासा करने के लिए एसपीसिटी, सीओ हल्द्वानी व थाना अध्यक्ष के नेतृत्व में टीम गठित की गई थी।

उन्होंने बताया कि जब पुलिस टीम हत्यारोपी की तलाश में चौकी लामाचौड क्षेत्र में चैकिंग कर रही थी तो चैकिंग के दौरान एक व्यक्ति फार्मग्रिल रेस्ट्रोरेन्ट के पास से आता दिखाई दिया जो पुलिस टीम को देखकर भागने लगा पुलिस द्वारा दौड़कर पकडऩे पर ज्ञात हुआ कि वह दिनेश नैनवाल है जिसने वकील की गोली मारकर हत्या की थी। पुलिस कप्तान ने बताया कि हत्यारे ने पूछताछ में बताया कि उसके चाचा हेम चन्द्र नैनवाल की लगभग 18-19 बीघा जमीन पूरनपुर नैनवाल में थी जिनका कोई वारिस नहीं था जिनकी मृत्यु भी लगभग ०3-०4 महीने पहले हो गयी थी।

जमीन को लेकर मृतक उमेश चन्द्र नैनवाल से विवाद चल रहा था, सभी नैनवाल रिश्तेदारो द्वारा उक्त जमीन को स्कूल या पार्क या किसी सामाजिक संस्था को दान करने पर सहमती जतायी थी। परन्तु मृतक उमेश नैनवाल द्वारा इसमे आपत्ति जतायी जा रही थी जमीन को लेकर विवाद कर रहा था जिस कारण उसने सात अक्टूबर की रात्रि को कमलवागांजा रामलीला ग्राउण्ड मे गुस्से में आकर गोली मार दी। पुलिस कप्तान ने बताया कि हत्यारे की तलाशी लेने पर उसके पास से 312 बोर का तमंचा और उसका कारतूस और 315 बोर के कारतूस बरामद हुये हैं। पुलिस कप्तान ने बताया कि उसके अपराधिक इतिहास का पता लगाया जा रहा है।

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